मुख न मोड़ें कभी निज दायित्वों से, खुश होकर करें सदा इनका निर्वाह। मुख न मोड़ें कभी निज दायित्वों से, खुश होकर करें सदा इनका निर्वाह।
तुम लापरवाह हो यही सोच सोच कर मैं हर पल करता रहा परवाह तुम्हारी, तुम लापरवाह हो यही सोच सोच कर मैं हर पल करता रहा परवाह तुम्हारी,
करें संकल्प सबका साथ, सबका विकास का करें संकल्प स्वयं को ज्योति बनाने का, करें संकल्प सबका साथ, सबका विकास का करें संकल्प स्वयं को ज्योति बनाने का,
जो अबला मन की पीरों से जनी हुई हैं, भ्रष्टाचार के तीरों के लोहे से बनी हुई हैं। जो अबला मन की पीरों से जनी हुई हैं, भ्रष्टाचार के तीरों के लोहे से बनी हुई है...
बारिश की एक शाम बारिश की एक शाम
कहाँ है बातों से जादू टोना करने वाले? तेरी कमली का मज़ाक उड़ा रहे दुनियावाले कहाँ है बातों से जादू टोना करने वाले? तेरी कमली का मज़ाक उड़ा रहे दुनियावाले